कवि ने फूलों से पूछा कि आपने ऐसा क्या पूण्य किया है जो हार बनकर SHARE FacebookTwitter कवि ने फूलों से पूछा कि आपने ऐसा क्या पूण्य किया है जो हार बनकर सजावट और सुंदरता के लिए सजते हो? हार बने हुए फूलों ने नम्रतापूर्वक जवाब देते हुए कहा, "गांड में सुई के घाव सहन किए हैं तब जाकर हार बने हैं, भोसड़ी के!" SHARE FacebookTwitter